बांदा। भीषण गर्मी में डायरिया का प्रकोप चरम पर है। बुखार और डायरिया से पीड़ित मासूम समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, ट्रामा सेंटर में मरीजों को बेड के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। डायरिया और बुखार से पीड़ित करीब 10 से 12 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
देहात कोतवाली क्षेत्र के छेहरांव गांव निवासी शिवाय (5) पुत्र रिंकू कई दिन से बुखार से पीड़ित था। घरवालों ने उसका प्राइवेट में इलाज कराया। शुक्रवार को परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल आए। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। नरैनी कोतवाली क्षेत्र के पिपरहरी गांव निवासी रामबाबू (4) पुत्र संजय बुखार से पीड़ित था। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई। शहर के क्योटरा मोहल्ला निवासी लखन (78) डायरिया से पीड़ित था। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था।
वहां उपचार के दौरान इलाज के दौरान उसने भी शुक्रवार की देर शाम दम तोड़ दिया। उधर, जिला अस्पताल में बुखार और डायरिया से पीड़ित अलीगंज निवासी लल्लू (40), महोखर गांव निवासी गायत्री (25), पल्हरी गांव से प्रेमा देवी (22), गुरेह गांव की मीरा (22), महोखर गांव की प्रभा (26), जारी गांव की शीला (25), जौरही गांव की हेमा (30), खुरहंड गांव के अमित (2) पुत्र नीलेश, जसपुरा की मैकी (70), अलीगंज की वंदना (28) को भर्ती कराया गया है।
दूसरी ओर, ट्रामा सेंटर के ईएमओ डॉ. विनीत ने बताया कि गर्मी के दिनों में बासी भोजन का इस्तेमाल न करें। ज्यादा ठंडा पानी न पिएं। दोपहर में बाहर निकले तो साफी या तौलिया से अपने कानों को ढककर रखें।
सौजन्य : अमर उजाला