बांदा। उमस भरी गर्मी और बारिश के मौसम में डायरिया बढ़ रहा है। डायरिया से ग्रसित एक युवक की मौत हो गई। रविवार को 12 लोग जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती किये गये।
बारिश के मौसम में संक्रामक बीमारियां थमने का नाम नहीं ले रहीं। जिला अस्पताल की ओपीडी और ट्रामा सेंटर में प्रतिदिन बुखार और डायरिया में मरीजों की आमद बनी हुई है। शनिवार को बबेरू कोतवाली क्षेत्र के उमरहनी गांव के रहने वाले फूलचंद्र (35) की शाम करीब पांच बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। उसे सुबह नौ बजे के करीब भर्ती कराया गया था। उधर, डायरिया से पीडि़त बंगालीपुरा निवासी रामआसरे (55), टेढ़ा गांव निवासी नीतू चौबे (24), सर्वोदय नगर निवासी शिवकांति (40), खाईंपार निवासी निशा (40), पिपरी गांव निवासी पीहू (2), लामा गांव निवासी रानी (55), नवोदय विद्यालय के अनमोल (15), मर्दननाका की मुस्कान (11), डीएम कालोनी निवासी अनिकेत (2), अकबई गांव निवासी हरिमोहन (40), कर्वी निवासी आनंद (1), कटरा निवासी सरोजनी (55) को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
डायरिया में शरीर में पानी तेजी से कम होता है। बुखार भी रहता है। पतले दस्त होते हैं। यह लक्षण होने पर तत्काल नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में दिखाएं। नियमित इलाज कराएं। बाहर के तले-भुने खाद्य पदार्थ खाने से बचें। -डॉ. विनीत सचान, वरिष्ठ ईएमओ, जिला अस्पताल, बांदा।
सौजन्य : अमर उजाला